जनपद कार्यालय में अंगद पांव की तरह जमे हुए हैं कर्मचारी दे रहे हैं भ्रष्टाचार को बढ़ावा
सूरजपुर खबर छत्तीसगढ़ 29
सूरजपुर जिले के जिला मुख्यालय के करीबी जनपद पंचायत भैय्याथान में कुछ कर्मचारियों की तो मौज ही मौज है और हो भी क्यों नहीं विगत कई वर्षों से वे जनपद पंचायत कार्यालय में ही अंगद की तरह पांव जो जमाए हुए हैं और खुले आम भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं इनमें एक बाबू तो ऐसे है कि जिनका यदि ट्रांसफर किसी अन्यत्र स्थान पर हो भी जाता है तो इनकी राजनीति पकड़ इतनी तगड़ी है कि वे फिर से ही इसी जनपद में वापिस लौट आते हैं और दूसरे बाबू की बात करें तो इनके तो जलवे ही जलवे हैं इन्होंने तो अपने रिश्तेदारों के नाम से ही कई बिल वाउचर बनवा रखे हैं जिन बिलों में सीमेंट से लेकर निर्माण कार्य में लगे सभी समाग्री का बिल बनवा रखा है बकायदे ये बिल जी एस टी वाला भी है लेकिन यदि इनसे ये पूछा जाए कि उक्त फर्म यानी दुकान कहा पर स्थित है तो इन्हें सांप सूंघ जाएगा क्योंकि उसका कोई अता पता ही नहीं है कि उक्त बिल वाउचर में अंकित फर्म आखिर में है कहा क्योंकि उक्त सारे फर्म सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं जो कि एक गंभीर जांच का विषय है
आपको बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद पंचायत कार्यालय, विकास का अहम योगदान होता है जनपद पंचायत कार्यालय का लेकिन इस तरह से विगत कई वर्षों से एक ही कार्यालय में बाबुओं का अंगद पांव की तरह जमे ही रहना स्वाभाविक है कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा ही
जिले में जिला कलेक्टर हो या सीईओ जिला पंचायत हो या अन्यत्र कोई भी अधिकारी हो या कर्मचारी एक नियमित समय उपरांत उनका तबादला होता ही है लेकिन बावजूद इसके आखिर क्या कारण है कि जिला मुख्यालय के करीबी जनपद पंचायत कार्यालय में बाबुओं का तबादला नहीं होता है, अगर इनके कार्य शैली की गंभीरता से जांच कराई जाए तो एक बड़े खेल से निश्चित रूप से पर्दा उठेगा, और सारी सच्चाई लोगों के सामने आएगी, जबकि स्थानीय
सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को भी इस मामले में विचार करना चाहिए एक जनपद के कर्मचारी द्वारा नाम नहीं छपने के शर्त पर बताया गया कि इस में एक बाबू तो ऐसा है कि जनपद पंचायत कार्यालय के अधीन जितने भी ग्राम पंचायत के सचिव हैं उनसे इनका कमीशन तय है बिना कमीशन लिए वे किसी भी कार्य का फाइल आगे नही बढ़ते अगर इसी तरह ये कर्मचारी अंगद की तरह पांव जमाए रहे तो स्वाभाविक रूप से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा जिला प्रशासन को भी इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए कि आखिर कब तक ये जनपद पंचायत कार्यालय में बाबुओं के पांव अंगद की तरह जमे रहने चाहिए यदि जिले के कलेक्टर इन सभी मामलों को गंभीरता से संज्ञान में ले तो एक बड़े भाष्टाचार से पर्दा उठेगा