खबर छत्तीसगढ़ 29
सरगुजा में गूंजा बाल विवाह रोकथाम का संदेश, समर्पित संस्था ने निकाली जागरूकता रथ यात्रा
सरगुजा।
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत समर्पित संस्था ने बाल दिवस के अवसर पर सरगुजा में जागरूकता रथ यात्रा का नेतृत्व करते हुए बाल विवाह उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी द्वारा 27 नवंबर 2024 को प्रारंभ किए गए इस अभियान के तहत देशभर में अब तक 1.9 लाख से अधिक बाल विवाह रोके जा चुके हैं।
अभियान की पहली वर्षगांठ के मौके पर 1 नवम्बर 2025 से 26 जनवरी 2026 तक 100 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज अंबिकापुर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर से समर्पित संस्था के प्रोजेक्ट एक्सेस टू जस्टिस के तहत बाल विवाह मुक्त जागरूकता रथ को महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी जे.आर. प्रधान ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जागरूकता रथ स्कूलों, धार्मिक स्थलों, पंचायतों और विवाह आयोजनों में पहुंचकर आमजन को बाल विवाह के दुष्परिणाम और कानून की जानकारी दे रहा है। तथा विद्यालयों एवं समुदाय में लोगों को बाल विवाह न करने की शपथ भी दिलाई गई, इस जागरूकता रथ के संचालन की पूरी व्यवस्था समर्पित संस्था की टीम कर रही है।
इस अभियान का नेतृत्व पुरुषोत्तम पांडेय ने किया, जबकि जिला समन्वयक अनिल कुमार एवं उनकी टीम संगीता खलखो, शशि तिर्की और विद्या सिंह ने रथ यात्रा को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी विक्रमांक सिंह, जिला बाल अधिकार सहयोगी अभिषेक द्विवेदी, आईसीपीएस के डी.एन. शर्मा, रुचिका सहित अन्य उपस्थित रहे।
इस अवसर पर समर्पित संस्था के अध्यक्ष डॉ. संदीप शर्मा ने कहा
“समर्पित संस्था पिछले कई वर्षों से बाल अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह उन्मूलन के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारा लक्ष्य सरगुजा को पूरी तरह बाल विवाह मुक्त जिला बनाना है। 100 दिवसीय अभियान के माध्यम से हम परिवारों, समुदायों और युवाओं को जागरूक कर एक सुरक्षित भविष्य की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा रहे हैं।”
समर्पित संस्था की इस पहल को जिला प्रशासन व स्थानीय समुदाय द्वारा सराहा गया है।


