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अब लगेगी रोक या जारी रहेगा खेल? इतनी किरकीरी होने के बाद भी नहीं लगी रोक,,आखिर शासन – प्रशासन क्यों है मौन,,शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर चल रहा सेटिंग से तबादले का खेल,,तबादले की जों सुची जमकर हुई वायरल वह सच साबित हुई,,लेकिन जिम्मेदारों को नहीं है किसी तंत्र का भय,, क्योंकि माया की माया है सर्वोपरी,,,,

रायपुर – हमने जो दिखाई खबर उसपे जारी आदेश ने किया पुष्टि,,लेकिन सवाल अब भी बरकरार की इतनी बड़ी भ्रष्टाचारी पर एक्शन कब ? ऐसा कहने का कारण है क्योंकि पिछले दिनों जों हमने खबर दिखाई थी तबादले की वायरल सुची की,, उसपर तो अब शिक्षा विभाग ने खुद ही मुहर लगा दी है,, लेकिन सवाल तो यही खड़ा होता है कि आखिरकार जों तबादले की सुची थी जिसपर सेटिंग की बात सामने आई थी अगर सेटिंग नहीं था तो सुची वायरल कैसे हुई और तो और जो सुची वायरल हुई वहीं तबादले की सुची आखिर जारी कैसे हुई,,,दरअसल शिक्षा विभाग हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है,,कभी नियुक्ति तों कभी युक्तियुक्तकरण तो कभी जिले के शिक्षा अधिकारियों की कारगुजारिया,,अब नया मामला सामने आया है जहां एक सुची शोशल मिडिया में वायरल हो रही है जो विभाग के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहा है,, गौरतलब है कि शिक्षा विभाग में सेटिंग से तबादले की सुची जमकर वायरल हुई थी,,जहां सुत्र बताते हैं कि यह सुची अपने चहेतों को मनमाफिक जगहों पर बैठाने के लिए जारी कि गई थी और उसके उपर सवाल भी खड़े हुए थे,,,बावजूद इसके वही तबादले की सुची जारी कर दी गई,,,,सुत्रों की मानें तो अंदर खाने में खबर है कि जमकर लेन-देन हुई है तभी तो किसी को किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं है कि कोई कार्यवाही होगी या गोपनीयता बाहर गयी,,बहरहाल अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि जो भाजपा सरकार नो करप्शन की बात कहती हैं वो इस मामले को लेकर क्या कड़ा रुख अपनाते हुए ऐसे तबादलों पर रोक लगाएगी यह तो देखने वाली बात होगी,,, लेकिन शासन प्रशासन की जों किरकिरी हो रही है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि माया की माया सर्वोपरि है,,,हालांकि यह बातें हम जिम्मेदार सुत्रों के हवाले से कह रहे हैं और इस खबर की पुष्टि हम नही करते,,,,, लेकिन सवाल तो यह है कि कोई अंधा बेहरा भी बता सकता है कि बिना सेटिंग के सुची कैसे जारी हुई और वही सुची से तबादले का खेल खेला गया,,,,,

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