खबर छत्तीसगढ़ 29
सूरजपुर- विभाग द्वारा आनन-फानन में अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी कर बिना दावा आपत
्ति का समय दिए काउंसलिंग कराने से भड़के शिक्षक संगठनों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए काउंसलिंग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। गौर तलब है है कि शासन द्वारा वर्तमान में शालाओं व शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण करने का फैसला किया गया है।युक्तियुक्तकरण नियम में अनेक खामियां है।खामियों को उजागर कर विभिन्न संगठनों ने उच्च अधिकारियों से अपनी बात रखी लेकिन अधिकारियों ने केवल आश्वाशन ही दिया दूसरी ओर प्रक्रिया को जारी रखने निर्देश जारी किया।इससे भड़के शिक्षक संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए प्रदेश के 23 प्रमुख शिक्षक संगठनों ने शिक्षक साझा मंच बनाते हुए 28 मई को एक दिवसीय आंदोलन कर मंत्रालय घेराव किया।सचिव स्तर की वार्ता भी हुई लेकिन वार्ता बेनतीजा रहा।वार्ता विफल होने से शिक्षक साझा मंच ने संभाग स्तरीय क्रमिक आंदोलन करने का निर्णय लिया।घबराए शासन ने अवकाश के दिन सूची प्रकाशन कर बिना दावा आपत्ति लिए काउंसलिंग कराने का निर्णय लिया है।
*शिक्षक साझा मंच सूरजपुर* ने आज इस संबंध में वर्चुवल बैठक कर काउंसलिंग का बहिष्कार करने का निर्णय कर सभी शिक्षकों से अपील की है कि कोई भी शिक्षक साथी काउंसलिंग में भाग न लें।सभी साथी चाहे वो अतिशेष के दायरे में आते हो चाहे न आते हो सभी काउंसलिंग स्थल कन्या विश्रामपुर के बगल में अयप्पा ग्राउंड में एकत्र हो इस दोषपूर्ण नियमावली व काउंसलिंग का विरोध करें। एकमत होकर निर्णय लिया गया कि लड़ाई को जनहित और छात्रहित में जनता जनार्दन, छात्र , अभिभावक,बेरोजगार, रसोईया, सफाई कर्मियों के साथ मिलकर इस आवाज को छत्तीसगढ़ शासन ,केंद्र सरकार एवं समस्त संवैधानिक संस्थाओं तक पहुंचाई जावेगी। लोक हितार्थ परिणाम प्राप्ति तक अनवरत लड़ाई लड़ी जाएगी।31 मई 2025 के वर्चुवल बैठक में शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक सचिन त्रिपाठी, यादवेन्द्र दुबे,भूपेश सिंह, विजय साहू,गोपाल विश्वकर्मा, निर्मल भट्टाचार्य, राजकुमार सिंह सहित समस्त पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
