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प्रेमनगर में धूमधाम से मना शाला प्रवेश उत्सव, शामिल हुए भूलन सिंह मरावी

सरकार के विभिन्न योजनाओं का छात्रों को मिल रहा लाभ:- मरावी

सूरजपुर/ प्रेमनगर:- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राज्य में प्रभावित हो गई है। छत्तीसगढ़ शासन की स्पष्ट मंशा है की छात्र छात्राओं को स्वच्छ सुंदर वातावरण में गुणवत्ता युक्त शिक्षा दी जावे। इस वर्ष भी शाला प्रवेश उत्सव 16 जून से प्रारम्भ हो गया है जिसके तहत प्रेमनगर में विकास खंड शिक्षा परिवार की ओर से विकास खंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें  मुख्यातिथि के आसंदी में विराजमान क्षेत्र के यशस्वी माननीय विधायक भूलन सिंह मरावी जी,
                                 बता दें की शाला प्रवेश उत्सव नवप्रवेशी छात्र छात्राओं को विद्यालय के प्रति आकर्षण, रुझान, नए जोश, उमंग और उत्साह जगाने साथ ही गांव के अन्य बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना व पालक को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान देता है। प्रवेश उत्सव में सबसे पहले विधायक भूलन सिंह मरावी व समस्त अतिथियों के द्वारा सभी नवप्रवेशी छात्र छात्राओं को तिलक लगाया, पुष्पमाला के साथ आरती उतारी गई फिर विधायक ने मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया गया और बोर्ड में उत्कृष्ट परिणाम लाने वाले छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र, पेन व मेडल देकर सम्मानित किया इसी दौरान अदानी फाउंडेशन के द्वारा नवप्रवेशी बच्चों को स्कूल बेग वितरित कर प्रोत्साहित किया। विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रताप सिंह पैंकरा ने विभागीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने विकास खंड के विद्यालय की जानकारी दी इस कार्यक्रम में छात्र छात्राओं व स्थानीय कलाकारों के द्वारा शानदार शिक्षा व संस्कृति पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।

प्रेमनगर शाला प्रवेश उत्सव में बतौर मुख्यातिथि शामिल माननीय विधायक भूलन सिंह मरावी ने नए शिक्षा सत्र की शुभकामनाएं देते हुए कहा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से शिक्षक विहीन शालाओं में शिक्षक पहुंचे है जिससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा, हमारी साय की सरकार ने छात्रों के लिए अनेक योजना लागू किए है जिसका लाभ छात्रों को मिल रहा है। आगे श्री मरावी ने कहा जिले में शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हमने सभी अधिकारियों से बात की है ताकि शिक्षा की स्थिति में सुधार हो सके। हर विद्यालय में पालक समिति बनाये गए हैं जिससे शिक्षक पालको के साथ बैठें और बतायें की हमने आज क्या पढ़ाया। मुझे भी किसी शिक्षक ने पढ़ाया है और मैं आज सफल हूँ तो मुझे जो पढ़ाये हैं वह शिक्षक मुझे सफल देखकर गर्व हुए होंगे, उनका भी नाम होगा। हमछात्रों को अच्छी शिक्षा देंगे जिससे उनका नाम देश स्तर पर ऊंचा हो।

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